हालाँकि कुछ इतिहासकार औरंगज़ेब को एक दयालु शासक के रूप में पेश करने की कोशिश करते हैं, लेकिन वास्तव में वह एक धार्मिक कट्टरपंथी और…
View More औरंगज़ेब – सूफ़ी या अत्याचारी? | नीरज अत्रिलेखक: tatvamasee
इस्लाम – हर भारतीय को इसे जानना क्यों आवश्यक है | श्री नीरज अत्रि
इस्लाम – हर भारतीय को इसे जानना क्यों आवश्यक है | Islam – Why Every Indian Needs to Know It यह एक महत्वपूर्ण विषय है…
View More इस्लाम – हर भारतीय को इसे जानना क्यों आवश्यक है | श्री नीरज अत्रिवेद / शास्त्र भगवान के आदेश है क्या ? | श्री दत्तराज देशपांडे
२१ वी शताब्दी में विश्व के सभी लोगों को दो विभागों में पहचाना जा सकता है। प्रथम विभाग में अब्राहमिक मतों से निकली हुई जीवनदृष्टि,…
View More वेद / शास्त्र भगवान के आदेश है क्या ? | श्री दत्तराज देशपांडेइस्लाम में जातिवाद, कट्टरपंथी अशराफ़ का वर्चस्व व् पसमांदा प्रतिरोध? | फ़ैयाज अहमद फैज़ी | Pasmanda Muslim Bigotry – An Ashrafia Threat
अशराफ शब्द ‘शरीफ’ शब्द का बहुवचन है जिसका अर्थ उच्च, या सभ्य, यानि सभ्य समाज। अशराफ मुसलमानों में विदेशी उच्च जाति मुस्लिम शामिल हैं। तो…
View More इस्लाम में जातिवाद, कट्टरपंथी अशराफ़ का वर्चस्व व् पसमांदा प्रतिरोध? | फ़ैयाज अहमद फैज़ी | Pasmanda Muslim Bigotry – An Ashrafia Threatभारतीय होने का अर्थ — मोहम्मद फैज़ खान का व्याख्यान
भारतीय होने का क्या अर्थ है? वे क्या बातें हैं जो हमें भारतीय बनातीं हैं, या नहीं बनातीं? अपने इस व्याख्यान में मोहम्मद फैज़ खान…
View More भारतीय होने का अर्थ — मोहम्मद फैज़ खान का व्याख्यानइस्लाम का शब्दजाल | The Web of Lies of Islam – नीरज अत्री का व्याख्यान
क़ुरान की कुछ आयतें ऐसी हैं, जिन्हें आधा-अधूरा बताकर, या संदर्भ हटाकर बताए जाने पर ऐसा लगता है जैसे इस्लाम अन्य विचारधाराओं का भी सम्मान…
View More इस्लाम का शब्दजाल | The Web of Lies of Islam – नीरज अत्री का व्याख्यानआधुनिक चिकित्सा मानव जीनोम (Genome) को अस्थिर करती है | राजीव रंजन का व्याख्यान
आम तौर पर हमें दो प्रकार की विचार धाराएं देखने को मिलती हैं – एक जो मानव जीवन को अपूर्ण मानती हैं और कुछ पैगंबर…
View More आधुनिक चिकित्सा मानव जीनोम (Genome) को अस्थिर करती है | राजीव रंजन का व्याख्यानपूजापाठ का परिचय: भाग 2 — दत्तराज देशपांडे का संगम व्याख्यान
हम लोग पूजा, पाठ, अनुष्ठान इत्यादि क्यों करते हैं ? अधिकांश लोग, विशेष तौर पर शैक्षिक वर्ग, ऐसा सोचता है की क्योंकि हमारे पूर्वज कई…
View More पूजापाठ का परिचय: भाग 2 — दत्तराज देशपांडे का संगम व्याख्यानभारतीय इतिहास के पुनर्लेखन की आवश्यकता — श्रीनिवास हिंगे का संगम व्याख्यान
हमे आज तक एक तरफा अपितु गलत दृष्टिकोण से इतिहास सिखाया गया| ऐसा इतिहास जो हमे अपने राष्ट्र के बारे मे गर्व महसूस नहीं करवता|…
View More भारतीय इतिहास के पुनर्लेखन की आवश्यकता — श्रीनिवास हिंगे का संगम व्याख्यानवैदिक परम्पराओं का उद्धार: चुनौतियाँ और अवसर — मोहित भारद्वाज का संगम व्याख्यान
आज हम ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहां हम ये जानते हैं कि बहुत कुछ हम खो चुके हैं परन्तु बहुत कुछ बचाने का एवं…
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