व्यवसाय उपनिषद्: उद्यम धर्म से क्यों और कैसे जुड़े? — अरविन्द अग्रवाल का व्याख्यान

व्यवसाय उपनिषद प्रगतिशील उद्यमी-व्यवसाई परिवारों के लिए एक वृहद मार्गदर्शन देनेवाली पद्धति है इसके तीन भाग हैं, प्रथम भाग 512 पृष्ठों की हार्डकवर पुस्तक, द्वितीय भाग है पुस्तक पर आधारित 225 ऑडियो -विसुअल सहायता और तृतीय भाग है इसका ऑनलाइन फोरम। यह “उपनिषद्” अर्थात छोटी-छोटी अर्थपूर्ण चर्चाओं द्वारा छोटे-मध्यम उद्योगों और व्यवसायों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कारगर सामग्री है जिसका आधार है वर्षों के अनुभव और अनुसंधान के बाद बनाया गया एक सशक्त वैचारिक फ्रेमवर्क |


वक्ता-परिचय: –

छत्तीसगढ़ में पले-बढ़े डॉ अरविंद अग्रवाल ने अपने करियर में तेजी से, समय के साथ चलते हुए; अपने आप को हॉस्पिटैलिटी, एजुकेशन, ट्रेनिंग, और एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में स्थापित किया| स्वभाव से संवेदनशील तथा उद्यमी होने के कारण, उन्होंने सोशल एंटरप्रेन्योरशिप अर्थात उद्यमिता के माध्यम से समाज के लिए अपना योगदान देने का रास्ता चुना | आगे…


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