रक्तरंजित भारत: चार आक्रमणकर्ता, हज़ार घाव | बिनय कुमार सिंह | #SangamTalks Bhojpuri

इस्लामिक कट्टरवाद, ईसाई मिशनरी, शहरी नक्सलवाद और मीडिया-एन.जी.ओ-मानवाधिकार गठजोड़ के एक साझा कार्य योजना अउर समन्वित प्रयास बा जवन सबसे गंभीर खतरा के नुस्खा बनेला। इ सब एक दूसरा के न्यूनतम उद्देश्य: भारत के सब जगह से घाहील करे, खंडित करे के उद्देश्य में मदद करेला। पी.एफ.आई, रोहिंग्या, पत्थलगड़ी (झारखंड), या प्रस्तावित खालिस्तान जनमत संग्रह आदि की गतिविधिअन के बारे में अगर ध्यान देल जाओ त साफ पता चली की कइसे भारत के बिरुद्ध साजिश के अंजाम देल जा रहल बा।

About Speaker: –

बिनय कुमार सिंह राष्ट्रीय आ आंतरिक सुरक्षा अउर नीतिगत मुद्दन प लेखक, शोधकर्ता, स्तंभकार आ नियमित टीवी पैनलिस्ट हवन। उहाँ के माओवादी-मिशनरी गठबंधन, अवैध पशु व्यापार-आतंकवादी गठजोड़, कोयला माफिया कार्टेल, चिट फंड और पोंजी योजना आदि पर व्यापक शोध कइले बानी।


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