अद्भुत अयोध्या – भाग 2: नीना राय की संगम व्याख्यान

विषय का संक्षिप्त विवरण – लव और कुश द्वारा गाया गया तथा ऋषि वाल्मीकि द्वारा रचित – ‘रामायण’ ने दुनिया भर में लोगों की कल्पना को युगों से प्रभावित किया है। राम और सीता की अद्भुत प्रेम कथा से कोई भी अप्रभावित नहीं है। प्रत्येक दशहरे पर हम रावण पर राम की एवं बुराई पर अच्छाई की विजय का उत्सव मनाते हैं। प्रत्येक दीपावली, राम और सीता के अयोध्या में वापसी के बारे में सुनते हैं , किन्तु इन सभी समारोहों के मध्य हम अयोध्या के आकर्षक शहर पर ध्यान नहीं देते हैं।

ईश्वर के अवतारों को भलीभांति समझने के लिए, जिनकी हम पूजा करते हैं, यह समझना महत्वपूर्ण है कि उनके युग में जीवन और समय कैसा था। ‘अद्भुत अयोध्या’ का प्रयास इसी उद्देश्य के साथ किया गया है।

Sung by Luv and Kush, composed by the Sage Valmiki – ‘Ramayan’ has captured the imagination of people across the world since ages. No one grows up in India untouched by the beautiful love story of Ram and Sita. Every Dushera we celebrate the victory of Ram over Ravan, victory of good over evil. Every Deepavali, one hears about the welcome of Ram and Sita back to Ayodhya, but amongst all the celebrations one hardly pays attention to the fascinating city of Ayodhya.


वक्ता-परिचय: –

नीना भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली की शिक्षार्थी रही हैं। जब वह अपने व्यवसाय के लिए कार्यरत नहीं होती हैं, तब वह पढ़ने, लिखने अथवा चित्रकारी में व्यस्त रहती हैं। आगे…


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